आधार कार्ड का क्या महत्व है?
इसे सुनेंरोकेंआधार कार्ड के लाभ आधार संख्या प्रत्येक व्यक्ति की जीवनभर की पहचान है। आधार संख्या से आपको बैंकिंग, मोबाईल फोन कनेक्शन और सरकारी व गैर-सरकारी सेवाओं की सुविधाएं प्राप्त करने में सुविधा होगी। किफायती तरीके व सरालता से ऑनलाइन विधि से सत्यापन योग्य।
इसे सुनेंरोकेंआधार संख्या रेण्डम नम्बर है जिसमें किसी प्रकार की आसूचना नहीं है। नामांकन के इच्छुक व्यक्ति को नामांकन प्रक्रिया के दौरान जनसांख्यिकीय और बायोमीट्रिक जानकारी उपलब्ध करवानी होती है। आधार नामांकन प्रक्रिया में जाति, धर्म, आय, स्वास्थ्य, भूगोल इत्यादि जैसे विवरण को संग्रहित नहीं किया जाता है।
आधार कार्ड से क्या फायदा होता है?
इसे सुनेंरोकेंआधार कार्ड में कार्ड धारक का आवासीय पता होता है। इस प्रकार लगभग सभी सरकारी और गैर-सरकारी वेरिफिकेशन प्रक्रियाओं में पता प्रमाण के रूप में इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। आपकी वित्तीय / फाइनेंशियल ज़रूरतों को पूरा करने के लिए होम लोन, पर्सनल लोनइत्यादि के लिए आवेदन करते समय आधार को पते का पुख़्ता प्रमाण भी माना जाता है।24-Jun-2022
इसे सुनेंरोकें28 जनवरी, 2009 को योजना आयोग ने विशिष्ट संख्या वाले पहचान पत्र को बनाने के लिए यूआईडीएआई के गठन का नोटिफिकेशन जारी किया। इंफोसिस के संस्थापक नंदन नीलेकणी को इसका चेयरमैन बनाया गया। सितंबर, 2010 में सरकार ने प्रायोगिक तौर पर महाराष्ट्र के कुछ ग्रामीण इलाकों में आधार योजना को लॉन्च किया।
आधार कार्ड किसने बनाया?
23 जून को, इंफोसिस के सह-संस्थापक नंदन नीलेकणि को तत्कालीन सरकार, यूपीए द्वारा परियोजना का नेतृत्व करने के लिए नियुक्त किया गया था। उन्हें यूआईडीएआई के अध्यक्ष का नव निर्मित पद दिया गया था, जो एक कैबिनेट मंत्री के रैंक के बराबर था। अप्रैल 2010 में नीलेकणी द्वारा लोगो और ब्रांड नाम आधार लॉन्च किया गया था।
इसे सुनेंरोकेंचार प्रकार के होते है आधार कार्ड पहला पेपर आधार कार्ड, दूसरा ई-आधार, तीसरा एम आधार और चौथा पीवीसी आधार कार्ड होता है। इन सभी आधार कार्ड में एक ही नंबर होता है।26-Apr-2022
आधार कार्ड का पूरा नाम क्या है?
इसे सुनेंरोकेंयूआईडीएआई के बारे में - भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण | भारत सरकार
इसे सुनेंरोकेंएक बार जारी होता है आधार किसी भी नागरिक को उसके पूरे जीवन में केवल एक बार ही आधार नंबर जारी किया जाता है. इसे भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) जारी करता है. आधार कार्ड में 12 अंकों की एक विशिष्ट संख्या होती है, जिससे संबंधित नागरिक की जानकारियों का पता चलता है.07-Aug-2022
भारत में आधार कार्ड की वैधता कितने साल की होती है?
इसे सुनेंरोकेंभारत में आधार कार्ड की वैधता जब तक वो आदमी जिन्दा रहता है तब तक रहती है। क्योंकि आधार कार्ड का Driving license या ATM CARD की तरहा कोई Validity time नही होता है ।
भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) सरकार द्वारा 12 जुलाई 2016 को आधार (वित्तीय और अन्य सब्सिडी, लाभ और सेवाओं का लक्षित वितरण) अधिनियम, 2016 ("आधार अधिनियम 2016") के प्रावधानों के तहत स्थापित एक वैधानिक प्राधिकरण है। इलेक्ट्रॉनिक्स मंत्रालय के तहत भारत के
भारत में दूसरा आधार कार्ड किसका बना था?
इसे सुनेंरोकेंरंजना महाराष्ट्र की रहने वाली एक महिला हैं। उस दौरान उनका निवास स्थान महाराष्ट्र के नंदुबार जिले के तंभाली में था, जो कि पुणे से करीब 470 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यूपीए सरकार के दौरान आधार कार्ड को बनाने का प्रारंभ महाराष्ट्र के नंदुबार जिले के तंभाली गांव से ही शुरू हुआ था।06-Dec-2021
यूआईडीएआई का मुख्यालय दिल्ली में है, जिसमें डॉ. एबीपी पांडे महानिदेशक और मिशन निदेशक हैं।
भारत का पहला आधार गांव कौन सा है?
तेम्भली भारत में महाराष्ट्र राज्य के नंदुरबार जिले का एक गाँव है, जहाँ से 29 सितंबर 2010 को महत्वाकांक्षी आधार योजना शुरू की गई थी। रंजना सोनवणे आधार पहचान संख्या देने वाली पहली व्यक्ति बनीं।
जैविक पिता का नाम लिखने के लिए किसी भी अधिनियम के माध्यम से कोई बाध्यता नहीं है , इसलिए कॉलम को खाली छोड़ा जा सकता है। आप आगे बढ़ सकते हैं और आधार कार्ड लागू कर सकते हैं।
104 में आधार क्या है?
इसे सुनेंरोकेंधारा 104 का विवरण किसी न्यायालय के मजिस्ट्रेट, उपखण्ड मजिस्ट्रेट अथवा प्रथम वर्ग के मजिस्ट्रेट द्वारा किसी मामले में जांच के समय अथवा संदेह के आधार पर जांच हेतु न्यायालय को यह शक्ति मिली है कि यदि वह चाहे तो किसी व्यक्ति के दस्तावेज अथवा किसी वस्तु को जांच हेतु जब्त भी कर सकते है।20-Sept-2021
इसे सुनेंरोकेंक्योंकि आधार में जन्मतिथि अब सिर्फ एक ही बार परिवर्तित हो सकती है। इससे पहले इसमें दो बार तक बदलाव किया जा सकता था। साल 2019 में यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) ने नाम, जन्मतिथि और जेंडर (लिंग) के बदलाव की सीमा तय कर दी थी। इसके तहत एक आधार कार्ड होल्डर आधार में अपना नाम केवल दो बार ही अपडेट कर सकता है।17-Apr-2022
आधार कार्ड दोबारा बन सकता है क्या?
इसे सुनेंरोकेंअगर आप भी ऐसी ही दिक्कत से जूझ रहे हैं, तो अब परेशान होने की जरूरत नहीं है। आप चाहें तो अपने आधार को दोबारा आसानी से प्रिंट कर सकते हैं। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) ने इस तरह की सुविधा दे दी है। आधार एक जरूरी दस्तावेज है, जिसकी प्रति हरदम आपके पास होनी चाहिए।04-Feb-2022
इसे सुनेंरोकेंUIDAI के अनुसार कोई आधारकार्ड होल्डर जीवनभर में सिर्फ दो बार ही अपना एड्रेस बदल सकता है. साथ ही आधार में आप सिर्फ एक बार ही अपनी जन्मतिथि में बदलाव कर सकते हैं.08-Aug-2022
क्या मैं आधार में अपना फोटो बदल सकता हूं?
प्र. क्या मैं आधार कार्ड में अपना फोटोग्राफ ऑनलाइन अपडेट कर सकता हूं? नहीं, आप केवल अपने जनसांख्यिकीय विवरण (जैसे नाम, पता, जन्मतिथि, लिंग, मोबाइल नंबर, ईमेल) को ऑनलाइन अपडेट कर सकते हैं । आधार में बायोमेट्रिक अपडेट (फिंगरप्रिंट, आईरिस और फोटोग्राफ) के लिए, आपको आधार नामांकन/अपडेट केंद्र पर जाना होगा।28-Jul-2022
हालांकि, बच्चे, वयस्क होने के 6 महीने के भीतर, आधार अधिनियम, 2016 (संशोधित) और उसके तहत बनाए गए नियमों के प्रावधानों के अनुसार अपने आधार को रद्द करने के लिए आवेदन कर सकते हैं ।
आधार कार्ड बनवाने के लिए कितनी उम्र होनी चाहिए?
इसे सुनेंरोकेंउत्तर: यदि आपका बच्चा 5 साल से कम उम्र का है, तो आपको नीले रंग का बाल आधार मिलेगा। यह 5 वर्ष की आयु तक मान्य है। आपको उसके बायोमेट्रिक्स जमा करने होंगे, जब वह 5 साल का हो जाएगा, क्योंकि बच्चे के 5 साल का होने के बाद बाल आधार मान्य नहीं है।
आधार कार्ड का क्या महत्व है?