भारत का पहला डाकघर कहाँ खोला गया था?
इसे सुनेंरोकेंवर्ष 1766 में भारत में पहली बार डाक व्यवस्था का प्रारंभ हुआ,वारेन हेस्टिंग्स में कोलकाता में प्रथम डाकघर वर्ष 1774 को स्थापित किया।
इसे सुनेंरोकेंभारत में डाकघर का इतिहास 1854 : भारत में पोस्ट ऑफिस को प्रथम बार 1 अक्टूबर 1854 को राष्ट्रीय महत्व के प्रथक रूप से डायरेक्टर जनरल के संयुक्त नियंत्रण के अर्न्तगत मान्यता मिली। 1 अक्टूबर 2004 तक के सफ़र को 150 वर्ष के रूप में मनाया गया। डाक विभाग की स्थापना इसी समय से मानी जाती है।
भारत में डाक सेवा का शुरुआत कब हुई थी?
इसे सुनेंरोकेंउन्होंने बताया कि भारत में डाक सेवा की व्यवस्था साल 1766 में स्थापित की गई और भारत में पहला डाकघर 1786 में मद्रास में स्थापित किया गया। 1877 में पार्सल सेवा, 1879 में पोस्ट कार्ड, 1880 में मनी आर्डर और 1911 में इलाहाबाद से पहली एयरमेल सेवा शुरू की गई।
इसे सुनेंरोकेंजून 1794 की शुरुआत में सिनसिनाटी और मारिएटा में पोस्टमास्टर नियुक्त किए गए, जिससे ये आधिकारिक रूप से स्थापित होने वाले पहले दो डाकघर बन गए।
भारत में सबसे बड़ा डाकघर कहां है?
इसे सुनेंरोकेंमुंबई जीपीओ का गठन 1794 में किया गया था, हालांकि यह कार्यालय 12 अप्रैल, 1913 को वर्तमान भवन में चला गया। 1 लाख वर्ग फुट में फैला, यह भारत का सबसे बड़ा डाकघर है।13-Apr-2013
इसे सुनेंरोकेंभारत के डाकघर - POST OFFICE IN INDIA सबसे पहले कुल डाकघरों की संख्या - भारत में डाकघर का विशाल नेटवर्क है यहाँ पर सभी प्रकार के डाकघरों की कुल संख्या 1,56,721 है. जिसमे हेड पोस्ट ऑफिस यानि प्रधान डाकघर 810, उपडाकघर 24599 और शाखा डाकघरों की संख्या 131312 है। इन सब के अलावा 24 डाक परिमंडल में 24 जनरल पोस्ट ऑफिस भी है।19-May-2021
दुनिया का सबसे बड़ा डाक नेटवर्क कहाँ है?
इसे सुनेंरोकेंसही उत्तर भारत है। भारत दुनिया में सबसे बड़ा डाक तंत्र है। यह दिन 1874 में बर्न, स्विट्जरलैंड में यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन (यू.पी. यू.)
इसे सुनेंरोकेंभारत। जुलाई 1879 में, भारत के डाकघर ने एक चौथाई आना पोस्टकार्ड पेश किया जिसे ब्रिटिश भारत के भीतर एक स्थान से दूसरे स्थान पर पोस्ट किया जा सकता था। यह भारतीय लोगों को अब तक प्रदान की जाने वाली पोस्ट का सबसे सस्ता रूप था और एक बड़ी सफलता साबित हुई।
भारतीय डाक टिकट का जनक कौन है?
इसे सुनेंरोकेंभारतीय डाक प्रणाली लॉर्ड डलहौजी के गवर्नर-जनरलशिप के तहत विकसित की गई थी। उन्होंने 1848 से 1856 तक भारत के गवर्नर जनरल के रूप में कार्य किया। डाक टिकटों का उपयोग पहली बार 1854 में किया गया था।
इसे सुनेंरोकेंआज भले ही हम ई-मेल, मोबाइल, सोशल मीडिया के माध्यम से चंद सेकंड में संदेश भेज देते हैं लेकिन किसी जमाने में डाक और उस पर लगने वाले टिकट ही चिट्ठियां भेजने का एक मात्र जरिया था। डाक पर टिकट लगने की शुरुआत 179 साल पहले 6 मई 1940 को ब्रिटेन में हुई।
डाक विभाग का सबसे बड़ा अधिकारी कौन है?
संगठन
इसे सुनेंरोकेंआवश्यक फ़ील्ड इंगित करता है।
आधुनिक काल में डाक पहुंचाने के क्या क्या माध्यम थे?
इसे सुनेंरोकेंहाइलाइट्स। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को घोषणा की कि भारत में सभी 1.5 लाख डाकघर कोर बैंकिंग प्रणाली से जुड़े होंगे जो लोगों को अपने खातों को ऑनलाइन एक्सेस करने और डाकघर खातों और अन्य बैंकों में धन हस्तांतरित करने में सक्षम बनाएगा।01-Feb-2022
विश्व में सबसे ज्यादा डाकघर किस देश में है?
इसे सुनेंरोकें1,55,618 डाकघरों और 5,66,000 से अधिक कर्मचारियों के साथ भारत में दुनिया का सबसे बड़ा डाक नेटवर्क है।03-Oct-2016
At 4,400m above sea level in northern India's remote Spiti Valley, the Hikkim post office is a vital connection to the outside world.
डाकघर का प्रमुख कौन होता है?
इसे सुनेंरोकेंलुइस डेजॉय संयुक्त राज्य अमेरिका के 75वें पोस्टमास्टर जनरल और दुनिया के सबसे बड़े डाक संगठन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं। डाक सेवा के गवर्नरों द्वारा नियुक्त, DeJoy ने जून 2020 में पोस्टमास्टर जनरल के रूप में अपना कार्यकाल शुरू किया।
इसे सुनेंरोकेंवे डाकघरों के महानिदेशक के पद तक बढ़ सकते हैं। डाक सेवाओं में विभिन्न राज्यों के लिए 22 सर्कल और सशस्त्र बलों को डाक सेवाओं के लिए बेस सर्कल शामिल हैं। प्रत्येक सर्कल का नेतृत्व एक मुख्य पोस्टमास्टर जनरल करता है।
विश्व डाक संघ ने 1972 से क्या शुरू किया है?
इसे सुनेंरोकेंविश्व डाक संघ की ओर से 16 वर्ष से कम आयु- वर्ग के बच्चों के लिए पत्र लेखन प्रतियोगिताएँ आयोजित करने का सिलसिला सन् 1972 से शुरू किया गया। यह सही है कि खास तौर पर बड़े शहरों और महानगरों में संचार साधनों के तेज़ विकास तथा अन्य कारणों से पत्रों की आवाजाही प्रभावित हुई है पार देहाती दुनिया आज भी चिट्ठियों से ही चल रही है।
इसे सुनेंरोकेंनई दिल्ली। सरकार के लिए 50 पैसे के पोस्टकार्ड की वास्तविक लागत 7 रुपए बैठती है। सूचना के अधिकार (आरटीआई) के जरिए मांगी गई जानकारी में डाक विभाग ने ऐसी सेवाओं की सूचना मुहैया कराई जो उसके लिए नुकसान वाला कारोबार साबित हो रही हैं।19-Jun-2014
एक पोस्टकार्ड की कीमत कितनी होती है?
इसे सुनेंरोकेंइसे सुनेंरोकेंइसी प्रकार जो पत्र भेजने का अनुरोध है वह भी रबर स्टाम्प से छापा गया है. भारतीय डाक के नियमों के अनुसार ऐसे पोस्टकार्ड जिन पर लेखन छपाई, साइक्लोस्टाइल या प्रिंट किया जाए, वे प्रिंटेड पोस्टकार्ड की श्रेणी में आते हैं. ऐसे पोस्टकार्ड का मूल्य छह रूपये है.13-Jun-2020
भारत का पहला डाकघर कहाँ खोला गया था?